Mata Kamakhya Devi Ki Yatra
अगर आप माता कामाख्या देवी की यात्रा (Mata Kamakhya Devi Ki Yatra) करने के लिए सोच रहें हैं, तो आज के इस खास और इनफ्रमेटीव पोस्ट के माध्म से हम आपको बताएंगे कि Mata Kamakhya Devi Ki Yatra Kaise Kare और जगत के पालन हार माता कामाख्या देवी के मंदिर का दर्शन और यात्रा के बारें में समपूर्ण जानकारी बताएंगे। अगर आप भी माता कामाख्या देवी मंदिर के दर्शन के योजना बना रहे है या विचार विमर्श कर रहे हैं, तो इस पोस्ट को अन्त तक पढ़ें।
माता कामाख्या देवी यात्रा Mata kamakhya Devi Ki Yatra Ke Bare Me
इस पोस्ट के माध्यम से आप माता कामाख्या देवी की यात्रा (Mata Kamakhya Devi Ki Yatra) करनें में बहुत ही सहायता करेंगा। सबसे पहले हम इस पोस्ट के माध्यम से बताएंगे की आप यहां तक कैसे पहुंचेंगे और होटल कहां पर लेना चाहिए, माता कामाख्या देवी जी की दर्शन करने का सही तरीका क्या है औप कैसे दर्शन करें। यहाँ पर भम्रण करने का और दर्शन करने का प्रमुख स्थान कौन-कौन से है। यहां पर खाने -पीने की व्यवस्था क्या है। माता कामाख्या देवी की पूरी यात्रा (Mata Kamakhya Devi Ki Yatra) करने में कुल खर्च कितना पड़ेगा। इन सब के बारें में समपुर्ण जानकारी को जानने के लिए इस पोस्ट को अन्त तक जरुर पढ़ें।
माता कामाख्या देवी मंदिर के बारे में (Mata Kamakhya Devi Mandir Ke Bare me)
माता कामाख्या देवी का यह चमत्कारी दिव्य और आलौकिक दरबार 51 शक्तपीठों में से सबसे शक्तशाली मंदिर माना जाता हैं। यहां पर माता सती की योनी गिरी थी इसी कारण से इस मंदिर में माता की योनि की पूजा होती है। साथ ही साथ तंत्र-मंत्र और योग साधना का यह यह एक प्रसिध्द स्थान भी माना जाता है। माता कामाख्या देवी को तांत्रिको की मुख्य देवी भी कहा जाता हैं। यहां पर रोजाना सुबह एक बकरें की बली भी चढ़ाई जाती हैं।
माता कामाख्या देवी मंदिर कहां पर हैं
माता कामाख्या देवी का यह चमत्कारी दिव्य और आलौकिक दरबार असम राज्य के गोहाटी से लगभग 10 किलोमीटर दूरी पर हिमांचल पर्वत पर स्थापित हैं। इस मंदिर की यात्रा करनें का कौई निश्चित समय नहीं हैं क्योंकि यहां पर सर्दी हो या गर्मी पूरे साल लाखों भक्त माता रानी के दर्शन करने के लिए यहाँ पर आते है।
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माता कामाख्या देवी मंदिर असम तक कैसे पहुचें (Mata Kamakhya Devi Ki Yatra Kaise kare)
माता कामाख्या देवी की यात्रा (Mata Kamakhya Devi Ki Yatra) करने का सबसे सरल और सुविधाजनक साधन ट्रेन है। ट्रेन से यात्रा करना सबसे सस्ता और कुशल है।यहां पहुचने के लिए सबसे आसान साधन है ट्रेन क्योंकि माता कामाख्या देवी में ही वेल कनेक्टेड कामाख्या रेलवे स्टेशन बना हुआ हैं। जो की लगभग मंदिर से लगभग 05 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।
जो की प्रमुख शहरों से डायरेक्ट जुड़ी हुई है। स्टेशन के बाहर ही आपको ऑटो मिल जाते हैं। जिससे आप माता कामाख्या देवी मंदिर तक आसानी से पहुच सकते है। अगर आप शेयरिंग ऑटों से जाते हैं तो उसका किराया 50 से 80 रुपयें तक का चार्ज करते हैं। वहीं अगर बुक करके जाते हैं तो उसका किराया लगभग 150 से 200 रुपयें तक का चार्ज करते है। जो कि पहाड़ों की चढ़ाई करते हुऐ मंदिर गेत के पास तक पहुचा देते हैं।
अगर आपको माता कामाख्या देवी तक ट्रेन नहीं मिलती हैं तो आप गुवाहटी तक आ जाइए। गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से माता कामाख्या देवी की मंदिर की दूरी लगभग 10 किलोमीटर हैं। स्टेशन के बाहर ही आपको टैक्सी, इलेक्ट्रिक बसे और ऑटो मिल जाती हैं जिससे आप आसानी से माता कामाख्या देवी मंदिर तक आसानी से पहुच सकते हैं। इलेक्ट्रिक बसों का किराया 20 से 25 रुपये तक का चार्ज करते हैं।
अगर आप हवाई जहाज से आना चाहते हैं तो गुवाहती में स्थित लोकप्रिय इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। जो मंदिर से लगभग 20 किलोमिटर दूरी पड़ है। एयरपोर्ट के बाहर से आपको टैक्सी, प्राइवेट बसे, सरकारी बसे और ऑटों मिल जाते हैं जिससे आप आसानी से मंदिर तक पहुच सकते है।
होटल और धर्मशाला कहां पर ले
होटल और धर्मशाला कामाख्या रेलवें स्टेशन के 01 किलोमीटर रेंज में या गोहाटी रेलवे स्टेशन के पास में भी ले सकते हैं। लेकिन सबसे अच्छा रहेगा आप ऊपर पहाड़ी पर आकार मंदिर के पास होटल और धर्मशाला ले। क्योंकि यहां से आप सुबह जल्दी उठकर मंदिर में आराम से से दर्शन करने जा सकते हैं। यहां पर धर्मशाला का रेट 500 रुपयें से शुरू होता हैं वहीं होटल का रेट 800 रुपयें से स्टार्ट होते हैं। 1000 से 1200 रुपयें में आपको अच्छा सा रुम मिल जायेंगा।
माता कामाख्या देवी की दर्शन करने का सही तरीका
माता कामाख्या देवी मंदिर में दर्शन करने का समय सुबह 08 बजे से 01 बजे तक होता हैं। 01 बजे के बाद से मंदिर बन्द हो जाता हैं। माता रानी का भोग प्रसाद चढनें के बाद में फिर मंदिर 02ः30PM बजे खुलता उसके बाद फिर 05ः30 PM बन्द हो जाता इतने समय में आप मंदिर का दर्शन कर सकते है।
दर्शन करने के लिए आपको टोकन लेना रहता हैं। टोकन कई प्रकार का होता हैं। जनरल टोकन और वीआईपी टोकन लेकर आप दर्शन प्राप्त कर सकते है। जनरल टोकन रोड पर बना हुआ आप वहाँ से टोकन बनवा सकते हैं। टोकन बनवाने का समय सुबह 03 बजे से लाइन लग जाते हैं। डेली 2000 जनरल टोकन बांटे जाते है। जो कि फ्रि में मिलते हैं।
माता कामाख्या देवी का दर्शन
माता कामाख्या देवी का दर्शन करने के लिए चढ़ावे के लिए फुल माला लेकर लाइन में लग कर आगें बढ़गें। सबसे पहले माता कामाख्या देवी की प्रतिमा की दर्शन करेंगे। उसके बाद से गर्भ ग्रह में जाकर माता रानी के योनि पिंड के दर्शन करके आशीर्वाद प्राप्ता करेंगे और अपनी मनोकामना को व्यकत करेंगे और माता रानी आपकी सभी मनोकामनाएं जरुर पूर्ण करेंगी।
दर्शन के बाद से आपको यहां पर एक अलग ही पॉजिटिव एनर्जी महसूस होगी । यह बहुत ही सच्चा और आलौकिक दरबार हैं आप यहां पर दर्शन करने जरुर आइऐ। इस मंदिर का मान्यता हैं कि अगर आप इस मंदिर की तीन बार दर्शन कर लेते हैं तो आप जीवन मरण के वंधन से मुक्त हो जाएंगे। इस मंदिर का और भी रहस्य है इस मंदिर को तंत्र विद्या का मुख्य स्थान माना जाता हैं।
माता कामाख्या देवी मंदिर का रहस्य
हर साल यह मंदिर 22 जून से 25 जून तक मंदिर बन्द रहता हैं। ऐसा माना जाता हैं कि इन विशेष दिनों में माता मासिक धर्म में रहती हैं। मंदिर बन्द होनें से पहले दरबार में सफेद कपड़ा रखा जाता हैं इन तीन दिनों में यह कपड़ा लाल रंग का हो जाता हैं। इस पवित्र कपड़े को अंबू बाची वस्त्र कहते हैं। इसी अंबू बाची वस्त्रों को भक्तों को प्रसाद स्वरुप दिया जाता हैं। 22 जून से 25 जून तक यहां पर विशाल अंबू वाची मेले का आयोजन किया जाता हैं। इन दिनों में यहां की नदियों का रंग भी लाल हो जाता हैं।
अन्य मंदिर जिसे आपको दर्शन करना चाहिए
- श्री केदारेश्वर शिवालय भगवान शिव की दर्शन
- माँ बंगला मंदिर
- श्री उनानंद मंदिर
- श्री उनापति मंदिर
इन सभी मुख्य मंदिरों के अलावा छोटे- बड़े और मंदिरों का दर्शन कर सकते हैं। इस तरह से माता कामाख्या मंदिर की यात्रा (Mata Kamakhya Devi Ki Yatra) को पूर्ण करके और सभी मंदिरो का दर्शन करने के बाद से आप वापसी के लिए चलेंगे।
भोजन की सुविधा
यहा पर आपको भोजन करने के लिए शुध्द शाकाहारी भोजन मिलता हैं। जिससे आपको खाने- पीने में कोई भी प्रॉब्लम नहीं होगी। आप यहां पर आपको नॉर्मल बजत में आप आराम से भोजन कर सकते है।
माता कामाख्या देवी की यात्रा का बजट Mata Kamakhya Devi Ki Yatra Ki Bajat
माता कामाख्या देवी की यात्रा बजट की बात करें तो पर व्यक्ति को 3000 से 4000 रुपयें और आने जाने के लिए ट्रेन टिकट का किराया अलग से। इतनें बजत में आप माता कामाख्या देवी की यात्रा (Mata Kamakhya Devi Ki Yatra ) के पावन स्थल की यात्रा कर सकते है। इस तरह से आप माता कामाख्या की यात्रा (Mata Kamakhya Devi Ki Yatra ) कर सकते
माता कामाख्या मंदिर की यात्रा के सम्बन्ध प्रश्न एंव उत्तर
प्रश्न- माता कामाख्या दवी की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय क्या हैं
उत्तर-– माता कामाख्या देवी की यात्रा Mata Kamakhya Devi Ki Yatra ) करने का सबसे अच्छा समय सितंबर से अप्रैल तक का समय सबसे अच्छा समय माना जाता हैं।
प्रश्न – माता कामाख्या देवी यात्रा (Mata Kamakhya Devi Ki Yatra ) करने के लिए कितने दिनों का टूर करें
उत्तर- कम से कम 03 से 04 दिन का टूर प्लान करे माता कामाख्या देवी यात्रा (Mata Kamakhya Devi Ki Yatra ) करने के लिए।
प्रश्न – माता कामाख्या मंदिर के दर्शन के वीआईपी टोकन मिलता हैं
उत्तर – मंदिर के दर्शन के लिए वीआईपी टोकान भी मिलता हैं।
प्रश्न- माता कामाख्या मंदिर वीआईपी टोकन का चार्ज कितना हैं
उत्तर – वीआईपी टोकान का चार्ज 501 रुपयें लगते हैं माता कामाख्या मंदिर के दर्शन के लिए।
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