Jagannath Puri Yatra
आज के इस खास और इनफ्रमेटीव पोस्ट के माध्म से हम आपको बताएंगे कि Jagannath Puri Yatra kaise Kare और जगत के पालन हार प्रभु श्री नाथ जगन्नाथ के मंदिर के दर्शन और यात्रा के बारें में समपूर्ण जानकारी बताएंगे। अगर आप भी श्री जगन्नाथ मंदिर के दर्शन के योजना बना रहे है या विचार विमर्श कर रहे हैं।
तो यह पोस्ट (Jagannath Puri Yatra) आपके यात्रा करनें में बहुत ही सहायता करेंगा। सबसे पहले हम इस पोस्ट के माध्यम से बताएंगे की आप यहां तक कैसे पहुंचेंगे और होटल और धर्मशाला कहां पर लेना चाहिए भगवान श्री जगन्नाथ जी का दर्शन करने का सही यात्रा करने का तरीका क्या है। .यहाँ पर भम्रण करने का और दर्शन करने का प्रमुख स्थान कौन – कौन से है। यहां पर खाने की व्यवस्था क्या है और पूरी यात्रा करने में कुल खर्च कितना पड़ेगा। इन सब के बारें में समपुर्ण जानकारी को लेने के लिए इस पोस्ट को अन्त तक जरुर पढ़ें।
जगन्नाथ मंदिर का रहस्य
जगन्नाथ मंदिर के ऊपर लगा ध्वज वह हमेशा हवा के विपरीत दिशा में लहराता है, दिन के किसी भी समय मंदिर के गुम्मत की छाया नही बनती है और गुम्मत के ऊपर से कोई भी पक्षी या जहाज नहीं गुजरता है। जगन्नाथ में मुख्य मंदिर की मूर्तियां लकड़ी से बनी हुई हैं। जिन्हे हर 12 साल बाद बदला जाता है। इस परंपरा को नव कलेवर कहा जाता है ऐसा माना जाता हैं कि भगवाम जगन्नाथ जी की लकड़ी की मूर्ति में भगवान श्री कृष्ण का दिल रखा हुआ है जो आज भी धड़क रहा है.। इससे पता लगता है कि यह मंदिर बहुत ही आलौकिक है और यहां पर दर्शन करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं ।
जगन्नाथ पूरी यात्रा के बारे में Jagannath Puri Yatra ke Bare Me
भगवाम श्री जगन्नाथ जी का यह मंदिर पूरे भारत में चार (4) प्रमुख पवित्र धाम है, जो किर चारों दिशाओँ में स्थित (प्रसिध्द) है, उत्तर में बद्रीनाथ पश्चिम में द्वारिका चारों, दक्षिण में रामेंश्वर मंदिर और पुर्व में श्री जगन्नाथ मंदिर स्थित है। इन चारों पवित्र धामों में एक है।
भगगवान श्री जगन्नाथ जा का यह आलोकिक धाम उड़ीसा के पुरी में समुन्द्र के तट पर स्थापित है और इस शहर को एक और नाम से भी जानते हैं, इस शहर का दूसरा नाम जगन्नाथ पुरी भी है। यह दिव्य और आलौकिक मंदिर भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है, हर साल लगभग करोड़ों भक्त यहाँ पर दर्शन करने के लिए आते है। आइए जानते हैं आप यहाँ तर कैसे पहुंचगें।
Jagannath Mandir Se Ayodhya ki Duri
जगन्नाथ पुरी यात्रा कैसे करे Jagannath Puri Yatra kaise Kare
Jagannath Puri Yatra जगन्नाथ पुरी में वेल कनेक्टेड रेलवे स्टेशन बना हुआ है, जो कि हर प्रमुख राज्य और शहर से जुड़ी हुई है जिससे आपको प्रमुख शहर से डायरेक्ट ट्रेन मिल सकता है। यह स्टेशन मंदिर से जगन्नाथ मंदिर पूरी से लगभग 2.5 किलोमीटर की दूरी पड़ है। मंदिर तक जाने के लिए के आप पैदल यात्रा कर भी कर सकते है या रेलवे स्टेशन के बाहर ही आपको ऑटो और ई-रिक्शा मिल जायेंगा जिसका किराया 10 रुपये हैं अगर आप शेयरिंग ऑाटों से जाते हैं तो 10 रुपये लगेगा और वहीं अगर बुक या रिजर्व करके जायेंगे तो 100 से 130 रुपये तक किराया लग जाता है। जिसके सहायता से आप आसानी से मंदिर तक पहुच जायेंगे।
जगन्नाथ पूरी यात्रा फ्लाइट से Jagannath Puri Yatra Flight se
अगर आप हवाई जहाज या फ्लाइट से आना चाहते है, तो जगन्नाथ मंदिर का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट (हवाई अड्डा) बिजू पटनायक एयरपोर्ट भुवनेश्वर में है जो की पूरी जगन्नाथ मंदिर से लगभग 55 किलोमीटर दूरी पड़ स्थित है। भुवनेश्वर तक एयरपोर्ट तक आने के बाद आप वहाँ से बस, टैक्सी, कार, आदि के साधनों के सहायता से आप पूरी तक आ जायेंगे। इस तरह से आप जगन्नाथ नगरी पूरी तक पहुच सकते है और अपनी यात्रा पूरी (Jagannath Puri Yatra) हो सकती है।
जगन्नाथ मंदिर के पास होटल और धर्मशाला कहां पर लेना चाहिए। Jagannath Puri Yatra
हालांकि आप जगन्नाथ पूरी में ठहरनें के लिए कहीं पर भी होटल या धर्मशाला बुक कर सकते है। लेकिन आप भगवान जगन्नाथ की दर्शन करने के लिए पूरी में आए हैं तो मंदिर के आस- पास लगभग 500 मीटर से 01 किलोमीटर के अन्दर ही होटल या धर्मशाला ले सकते है। पूरी में होटल या धर्मशाला लेने के लिए सबसे अच्छी जगह (लोकेशन) है ग्रांड रोड मार्केट क्योंकि यह जगह मंदिर से मात्र 100 मीटर की दूरी पड़ है।
यहाँ पर होटल की स्टार्टिंग मुल्य मात्र 1000 से लेकर 1800 रुपये तक के बजत में बहुत ही अच्छा फूली एसी रूम मिल जायेगा। अगर इससे भी कम बजत में रूम लेना चाहते हैं तो यहां पर बनें कई धर्मशाला है जो की मात्र 500 रुपयें से स्टार्ट होती है। अगर आप चाहें तो मंदिर ट्रस्ट के भक्त निवास में भी ठहर या रुक सकते है। लेकिन इसके लिए आपको पहले से ही जगन्नाथ मंदिर के ऑफिशियल वेबसाइट से बुक करना पड़ेगा।
जगन्नाथ पूरी मंदिर का दर्शन कैसे करे Jagannath Puri Mandir Ka Darshan Kaise kre
यह विश्व प्रसिध्द मंदिर बहुत ही विशाल बना है, मंदिर में प्रवेश करने के लिए चारों दिशाओं में चार प्रमुख द्वारा है जहां से आप प्रवेश कर सकते है। मंदिर के अन्दर बैंग फोन, चार्जर , घड़ी, वॉलेट या बटुआ (पर्स) चाबी, इलेक्ट्रॉनिक सामान जूता चप्पल आदि सामान ले जाने का सक्त मना है। इन्हें आप परिसर में बिना निशुल्क लॉकर कि सुविधा मिल जाती हैं जिसमें आप अपना सारा सामान रख सकते हैं।
जगन्नाथ मंदिर के अन्दर क्या ले जा सकते है Jagannath Puri Yatra
मंदिर के अन्दर केवल चढ़ावे के लिए फूल- माला और पूजा साम्रगी ही ले जा सकते है। उसके बाद आप मंदिर में प्रवेश करेंगे फिर मुख्य मंदिर में प्रवेश करेंगे जहाँ पर महाप्रभु श्री जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बलभद्र के आलौकिक दर्शन करेंगे। उसके बाद से मंदिर के और कई देवी -देवताओं के आलौकिक मंदिर स्थापित हैं जिन्हे आप दर्शन करेंगे और आशिर्वाद प्राप्त कर लेंगे।
जगन्नाथ पूरी यात्रा की बजट Jagannath Puri Yatra Ki Bajat
जगन्नाथ की यात्रा (Jagannath Puri Yatra) करने में लगभग रूपये का खर्च लग सकते है। अगर आप 2 से 3 व्यकित हैं तो लगभग 10000 से 12000 और ट्रेन की टिकट का बजट लग सकता है। इतनें बजत में आप जगन्नाथ के पावन स्थल की यात्रा कर सकते है।
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