Ayodhya 14 Kosi Parikarma 

Ayodhya 14 Kosi Parikarma 

अगर आप भी अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा (Ayodhya 14 Kosi Parikarma) के बारे में जानना चाहते हैं, तो आप विल्कुल सही पोस्ट पर आए हैं। आज हम आपको बतायेंगे 14 कोसी परिक्रमा क्या होता हैं, क्यो मनाया जाता हैं, इसका क्या महत्तव हैं, और 2024 की 14 कोसी परिक्रमा कब मनाया जायेंगा।

Ayodhya 14 Kosi Parikarma

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में पहली बार 14 कोसी परिक्रमा (Ayodhya 14 Kosi Parikarma) आयोजित हो रहा है। अयोध्या में आठवें दीपोत्सव को गिनिज बुक में दर्ज कराने और अच्छे तथा सकुशल संपन्न कराने के बाद से 14 कोसी परिक्रमा को आयोजित हो रहा हैं। इसके लिए पुरी प्रशासन जुट गया हैं। अयोध्या की प्रसिध्द में 14 कोसी परिक्रमा के लिए योगी सरकार ने पुरी तैयारी जोड़ों सोड़ो से कर दी हैं। इस परिक्रमा के लिए सुरक्षा एंव व्यवस्था को लेकर विशेष तैयारी की जा रही हैं। जिससे यह प्रतीत भी हो रहा हैं कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहला 14 कोसी परिक्रमा का आयोजन हो रहा  हैं।

अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा कब होगी 2024 की (Ayodhya 14 Kosi Parikarma Kab Hogi 2024 Ki)

2024 की अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा 09 नवंबर सायं 06 बजकर 32 मिनट को शुरु होगी और 12 नवंबर को 04 बजकर 45 मिनट तक  14 कोसी परिक्रमा संचालित होगी। अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा (Ayodhya 14 Kosi Parikarma) में पिछले साल लगभग 25 लाख श्रध्दालुओं ने परिक्रमा की थी। इस बार 14  कोसी परिक्रमा में पिछलें साल के मुकाबले इस बार और ज्यादा श्रध्दालु परिक्रमा में भाग लेंगें। क्योंकि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद से यह पहली परिक्रमा है।

अयोध्या 14 कोशी परिक्रमा रोड Ayodhya 14 Kosi Parikarma Road

अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा की तैयारी (Prepration of Ayodhya 14 Kosi Parikarma) 

अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा की तैयारी में पूरें परिक्रमा मार्ग को और ज्यादा चौड़ीकरण का कार्य संचालित हो चुका है। जिससे श्रध्दालुओं को किसी भी प्रकार का कोई दिक्कत ना हों और ऐसे में पूरे परिक्रमा मार्ग पर श्रध्दालुओं के लिए सुविधा के लिए भोजन, पेयजल, और चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था की जाएगीं। इसके साथ ही साथ अयोध्या में ट्रैफिक का मैनेजमेंट भी परिक्रमा की दृष्टि से किया जाएगा।

परिक्रमा मार्ग की तरफ ट्रैफिक को डाइवर्ट किया जायेगा। जिस रास्ते से श्रध्दालु परिक्रमा करेगें उस मार्ग पर जाने वाले रास्तों पर सुरक्षा की भी तैयारी भी की गई है। जगह- जगह बैरीकेडिंग की जाएगी। अयोध्या प्रशासन ने इन सभी बातों को देखते हुए निर्देश जारी किए हैं की परिक्रमा को देखते हुए सारा काम 07 नवंबर तक पूरे कर लिए जाए। इसके साथ ही साथ राम मंदिर ट्रस्ट के तरफ से भी दर्शन के लिए अतिरिक्त व्यवस्था करेगा।

Ayodhya Deepotsav

Ram Mandir Darshan

Ayodhya

 अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा क्यो होती हैं (Ayodhya 14 Kosi Parikarma Kyo Hoti Hai)

अयोध्या रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास जी ने बताया हैं कि अयोध्या प्रभु श्री राम की जन्मस्थली हैं, यहां मानव स्वरुप में भगवान विष्णु नें जन्म लिया था, अयोध्या भगवान विष्णु का शरीर हैं। अयोध्या में बहुत सारे मठ और मंदिर हैं जहां पर पूजा -आर्चना होती हैं।

अयोध्या में स्वंय भगवान हनुमान यहां राजा के रुप में विराजमान हैं। इसलिए कहां जाता हैं कि जो भी अयोध्या कि परिक्रमा करता हैं, उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती हैं और उसे किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती है। अयोध्या के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया हैं कि अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा (Ayodhya 14 Kosi Parikarma) करने से 14 लोक का भ्रमण नहीं करना पड़ता हैं।

अयोध्या 14 कोसी  परिक्रमा का महत्तव (Importance Of 14 Koshi parikarma)

जो कोई 14 कोसी परिक्रमा करता है वह 14 लोको के परिक्रमा के बराबर होता है। इसी कारण 14 कोसी परिक्रमा (Ayodhya 14 Kosi Parikarma) को बहुत ही बड़ा महत्व दिया गया हैं। उन्होनें यह भी बताया हैं की जो कुछ पाप आप जन्म से हुआ हैं वो सारे पाप एक- एक कदम चलते-चलते प्रायश्चित होकर समाप्त हो जाते हैं। यानी आपकी आत्मा पापों से मुक्त हो जाता है। ऐसा माना जाता हैं कि जो भी 14 कोसी की परिक्रमा करता हैं उसे परमधाम की प्राप्ति हो जाती है। इसी कारण से अयोध्या में 14 कोसी की परिक्रमा (Ayodhya 14 Kosi Parikarma) कि जाती है।

अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा कैसे की जाती हैं 

अयोध्या भगवान श्री राम चन्द्र का जन्मभूमि हैं इसके उत्तर दिशा में सभी जीवों को पवित्र करनें वाली सरयू नदी बहती हैं। सप्तपुरिओं में सबसे बड़े भगवान राम की नगरी अयोध्या में कार्तिक महीनें के अक्षय नवमी के दिन 14 कोसी की परिक्रमा शुरु होती हैं। कार्तिक महीना शुरु होते ही अयोध्या में लाखों की भीड़ में श्रध्दालु कल्पवास करते हैं। नवमी के दिन दूर-दराज में लाखों की संख्या में श्रध्दालु सरयु में स्नान करके भगवान की आराधना में लीन होकर 14 कोसी की परिक्रमा करते हैं। अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा अयोध्या के सरयू नदी के तट से शुरू होकर सरयू के चारों तरफ के मांगों से गुजरती हैं। यह परिक्रमा 42 किलोमीटर की होती हैं।

अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा का मेला कब है 

चौदहकोसी परिक्रमा मेला एकादशी को होगा। यह मेला 11 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 45 मिनट पर शुरु हो रहा हैं, लेकिन भद्रा पड़ने के कारण 12 नवम्बर को किया जायेगा। मेला के अंतिम दिन कार्तिक पूर्णिमा स्नान होगा और 15 नवम्बर को ब्रह्ममुहुर्त 03 बजे से शुरु होगा। इस दिन पूरे मंदिर में देव दीपावली को भी बहुत ही धूमधाम से मनाया जाएगा।

अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा (Ayodhya 14 Kosi Parikarma) से सम्बंध महत्तवपूर्ण प्रश्न एवं उत्तर 

प्रश्न- अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा कौन कौन कर सकता हैं

उत्तर- 14 कोसी परिक्रमा सभी व्यक्ति कर सकता हैं छोटे बच्चे भी कर सकते हैं, बुजुर्ग व्यक्ति भी कर सकते हे और विवाहित व्यक्ति भी कर सकते है।

प्रश्न-  2024 की 14 कोसी परिक्रमा (Ayodhya 14 Kosi Parikarma) कब हैं।

उत्तर- अयोध्या 2024 की 14 कोसी परिक्रमा 09 नवंबर से लेकर 12 नवंबर तक हैं ।

प्रश्न- पिरियड के समय महिलाओं को 14 कोसी परिक्रमा करना चाहिए या नहीं

उत्तर – पिरियड के समय महिलाओं को 14 कोसी परिक्रमा नहीं करनी चाहिए।

प्रश्न- गर्भवती महिलाओं को 14 कोसी परिक्रमा करना चाहिए

उत्तर- गर्भवती महिलाओं को 14 कोसी परिक्रमा कर सकती हैं।

प्रश्न- विधवा महिला को 14 कोसी परिक्रमा करना चाहिए या नहीं

उत्तर- विधवा महिला भी 14 कोसी परिक्रमा कर सकता हैं। अगर वह महिला परिक्रमा करने में सक्षम है तो कर सकती है।

प्रश्न-  अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा कितने किलोमीटर की होती हैं

उत्तर- 14 कोसी परिक्रमा लगभग 45 किलोमीटर की होती हैं अर्थात् 45 किलोमीटर की परिक्रमा किया जाता हैं।

प्रश्न-   अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा से क्या फायदा होता हैं

उत्तर-  अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा (Ayodhya 14 Kosi Parikarma) करने से आध्यात्मिक शक्तियों की प्राप्ति होती हैं और इसके पीछे मान्यता हैं कि परिक्रमा मार्ग पर एक पग चलने भर से पूर्व जन्म के तमाम पाप धुल जाते हैं।

प्रश्न – 14 कोसी परिक्रमा कितने बजे से शुरु है

उत्तर – अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा 09 नवंबर सायं 06 बजकर 32 मिनट को शुरु होगी और 12 नवंबर को 04 बजकर 45 मिनट तक हैं।

प्रश्न-  14 कोसी परिक्रमा का तात्पर्य क्या हैं

उत्तर-  14 कोसी परिक्रमा का तात्पर्य 14 भुवन से मुक्ति है और पंचकोसी परिक्रमा में अयोध्या में स्थित भगवान राम लला के मंदिर समेत प्रमुख मंदिरों की परिक्रमा शामिल है. परिक्रमा से क्या मिलता हैः परिक्रमा करने से एक आध्यात्मिक शक्ति की प्राप्ति होती है।

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