महाकुंभ 12 साला
महाकुंभ 12 साला : महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा एवं महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिंक मेला हैं। हिन्दु धर्म के अनुसार महाकुंभ मेलें को सबसे बड़ा कुंभ भी कहा जाता हैं। महाकुंभ 12 साला प्रयागराज (इलहाबाद) में आयोजित किया जा रहा हैं। इसके साथ ही साथ दो और शहर उज्जैन और नासिक में आयोजित किया जा रहा हैं। प्रयागराज, उज्जैन और नासिक में आयोजित होने वाले कुंभ मेलों के बीच का अंतर 03 साल होता हैं। इन तीनों (03) शहरों में आयोजित होने वाला कुंभ मेंला का अंतर 12 साल होता हैं। महाकुंभ का मेला इस प्रयागराज (इलाहाबाद) में अयोजित हो रहा हैं। जिसकी तैयारी बहुत ही जोड़ों शोरों से चल रहा हैं।
महाकुंभ 12 साला 2025 मेला प्रयागराज में आयोजित हो रहा हैं। महांकुभ की बात करते हैं तो प्रयागराज जना के संगम पर आयोजित महाकुंभ की भव्यता सबसे अलग होती है। इस महाकुंभ को सबसे अलग भी माना जाता हैं।जब महाकुंभ की आयोजन हो रहा हो तो इसकी तैयारी भी उतनी भव्य रुप ले लेती हैं। क्योकि इस महाकुंभ में केवल भारत देश के नहीं बल्किं पुरें देश के लोग आते हैं। इसलिए महाकुंभ की तैयारी सालों पहलें से शुरु हो जाती हैं।
महाकुंभ 12 साला की समारोह
महाकुंभ 12 साला में अनेकों प्रकार की समारोह आयोजित होते हैं। इन समारोह में जैसे हाथी घोड़े और रथों पर अखाड़े जैसे पारंपारिक समारोह और इसके साथ ही साथ जुलूस समारोह, जुलूस समारोह को पेशवाई समारोह भी कहा जाता हैं। इन सभी समारोह के अलावा सबसे महत्तवपपूर्ण समारोह शाही दौरान के दौरान चमचमाती तलवारें और नागा साधुओं की रस्में, तथा बहुत से सांस्कृतिक गतिविधियां, जो लाखों तीर्तयात्रियों को कुंभ मेंले में हिस्सा लेने के लिए आकर्षित (मजबूर) करती हैं।
महाकुंभ 12 साला में कौन कौन आ रहां हैं
महाकुंभ 12 साला में बुहत से तीर्थयात्री आ रहें हैं। इसके साथ ही साथ कई धर्मों के लोगों आते हैं, इस महाकुंभ मे साधु और नागा साधु भी शामिल होगे, जो साधुं- सन्त साधना करते हैं। इसके साथ ही साथ आध्यत्मिक अनुशासन के कठोर मार्ह का अनुसरण करते हैं, संन्यासी जो अपना एकांतवास को छोड़कर केवल कुंभ मेले के दौरान ही सभ्यता का भ्रमण करने आते हैं। इसके साथ ही साथ अध्यात्म के साधक और हिन्दु धर्मं का पालन करने वाले आम लोग भी शामिल हैं।
महाकुंभ 12 साला कब से हैं
महाकुंभ मेला 2025 जो 12 साल प्रयागराज में आयोजित किया जा रहा हैं, यह मेला 13 जनवरी, 2025 से शुरु होगी और यह महाकुंभ महाशिवत्रि 26 फरवरी, 2025 को समाप्त हो जायेगा या अयोजित रहेगा।
महाकुंभ 12 साला की तैयारी
महाकुंभ 12 साला मे लेजर शो कार्यक्रम का व्यवस्था भी कीया गया हैं। जो एक भव्य और आलौकिक नजारा देखने को मिलेगा। इसके साथ ही साथ सैकड़ो ड्रोन कैमरा का इस्तेमाल किया जायेगा।
महाकुंभ की तैयारी को देखते हुए केंद्र सरकार एवं देश की प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी बहुत बड़ा फैसला लिया हैं। इस महाकुंभ में आने वाले दर्शनार्थीयों को ध्यान में रखते हुए नरेन्द्र मोदी ने फैसला लिया हैं। केवल फैसला ही नहीं बल्कि पुरी पुख्ता तैयारी भी कर लिए गए हैं और तैयारीयां चल भी रहा हैं।
गंगा नदी पर महाकुंभ 12 साला की व्यवस्था
महाकुंभ मेले का देखते हुए सरकार ने अभूतपूर्व तैयारियां की हैं, जिसकी माध्यम से प्रयागराज के दारागंज में गंगा के ऊपर रेल पुल बनाया गया हैं। इसके साथ ही साथ रेलवे स्टेशन पर 21 फिट का ओवर ब्रिज बनाया गया हैं। ताकि महाकुंभ मेले की भीड़ के समय लोग एक दूसरेे का क्रॉस न करें औऱ सुरक्षित तरिके से अपने गंतव्य तक पहुचे सकें।
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रलवे की तैयारी महांकुभ 12 साला में
इस महाकुंभ में रेलवे कि तरफ से बहुत ही बड़ी फैसला लिया गया हैं, इस महाकुंभ मेले को लेकर। महाकुंभ में रेल मंत्री अश्विनी बैष्णव इसके लिए लगातार काम कर रहे हैं। तीर्थयात्री को प्रयागराज आनें के लिए कुल 13000 ट्रेन को संचालित किया जा रहां हैं। 13000 ट्रेन में से लगघ 1000केवल स्पोशल ट्रेन हैं। इल सबी के अलावा मेमू ट्रेन की सुविधा उपलध किया जा हैं। जिससे तीर्थयात्रियों प्रयागराज पहुचनें में दिक्त हो रहां हैं।
महाकुंभ 12 साला मेला में रेलवे द्वारा व्यवस्था
महाकुंभ मेले में धर्मं के साथ साथ रेलवे की ओर से आधुनिक तकनीक का संगम भी देखने को मिलेगा। क्योंकि प्रधानमंत्री और रेल मंत्री ने ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्री को भीड़ को देखत हुए और टिकट काउन्टर पर होने वाले भीड़ से बचने के लिए एक अलग व्यवस्था की हैं। अब यात्री को टिकट लेने के लिए टिकट काउन्टर के सामने लाइन लगाने से बच सकते हैं। इसके लिए रेलवे ने यात्रियों के पास जाकर टिकट बेचने का व्यवस्था की हैंं।
इसके अलावा भी यात्री होल्डिंग एरिया और प्लेटफार्म पर और ट्रेन के अन्दर रेलवें कर्मचारियो से ट्रेन की टिकट ले सकते हैं। अनारक्षित टिकट लेने के लिए भी आपको लाइन नें लगने की आवश्यकता नहीं हैं। आप अनाराक्षित टिकट लेने के लिए रेलवे कर्मचारियों की जैकेट पर क्यूआर कोड लगा दिया गया हैं। आप उस क्यूआर कोड को स्कैन करके रेल ऐप को डाउनलोट कर लेगें और उसकी ऐप के माध्यम से आप ऑनलाइन टिकट खरीद सकते हैं।
महाकुंभ 12 साला में चिकित्सालय की तैयारी
महाकुंभ में चिकित्सालय की भी तैयारी किया गया हैं। चिकित्साल्य में 100 वेड का अस्पताल हैं। इसमें लगभग सारी स्पेशलिटी की व्यवस्था की गई हैं। जैसे सर्जन, फिजिशियन, गाइनेकोलॉजिस्ट, डर्मेटोलॉजिस्ट, चेस्ट फिजिशियन और डेंटिस्ट और नाक कान गलें वाले जैसे सभी प्रकार के स्पेशलिस्ट की व्यवस्था उपलब्ध की गई हैं। इस चिकित्सालय या अस्पताल का संचालन कैंड बोर्ड अस्पताल द्वारा संचालित किया जा रहां हैं। इसमें सभी एआई बेस्ड अस्पताल हैं। यह भारत का सबसे पहला एआई पर आधारित आईसीयू हैं। जिसमें 10 वेड की व्यवस्था किया गया हैं।
इस आईसीयू में मल्टी मॉनिटर लगें हुए हैं जो एआई पर आधारित हैं। इस मल्टी मॉनिटर जो एआई पर आधारित हैं उसका उपयोग यह हैं कि जैसे अगर इसमें सीओटू CO2 गैसे जैसे ही 89 से कम होगा तुरन्त ये बजर बजाना शुरु कर देगा। यह बजर कुल तीन जगह बजेगा। एडिशनल डायरेक्टर जो नोडल हैं , कैंट बोर्ड अस्पताल डायरेक्टर के पास जिनका नाम डॉक्टर सिध्दार्थ औऱ एक बजर लखनऊ मेजांता क्रिटिकल केयर के पास । यह बजर तब तक बजेगा जब तक समस्या का निदान नहीं होगा। ऐसी व्यवस्था पहली बार हो रहीं हैं। इसके साथ 45 पुरुष जनरल वार्ड और 40 महिला वार्ड ऐसे बहुत से वार्ड की व्यवस्था की गई हैं।
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महाकुंभ में पुछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न:- महाकुंभ मेला कब से हैं
उत्तर:- महाकुंभ मेला 13 जनवरी 2025 से महाशिवरात्रि के दिन 26 फरवरी 2025 तक रहेगा।
प्रश्न:- महाकुंभ मेला कहां आयोजित किया जाएगा?
उत्तर:- महाकुंभ मेला चार स्थानों पर आयोजित किया जाएगा – प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक, उज्जैन।
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