Ayodhya Deepotsav

Ayodhya Deepotsav अयोध्या दीपोत्सव

अयोध्या में इस बार का दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) बहुत ही खास और ऐतिहासिक होने जा रहा है, राम लला के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला दीपोत्सव है और इसे दुनिया का सबसे बड़ा पर्व बनाने की तैयारी 25 लाख दिए जलाकार एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही सरयू नदी के किनारे 1100 वेद आचार्य मिलकर आरती करेंगे जो अब तक का सबसे भव्य आरती होगी।

हर साल की भॉती इस साल भी अयोध्या में दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) का आयोजन होगा, साल 2024 का दीपोत्सव कार्यक्रम 28 से 31 अक्टूबर तक चलने वाला है। ऐसे में श्रध्दालु को दीपोत्सव में हिस्सा लेने का खास मौका मिल सकता है और दीपोत्सव से अयोध्या की भूमि को उज्जवलित करेने का मौका मिल सकता है। लेकिन जो भी श्रध्दालु दीपोत्सव में हिस्सा लेना चाहते है उन्हे एन्ट्री पास होना जरुरी है।

अयोध्या दीपोत्सव के बारें में (Ayodhya Deepotsav  ke Bare me)

अयोध्या में होने वाला इस साल का दीपोत्सव की तैयारी बहुत ही जोरो-शोरों से शुरु हो चुकी है। इस वर्ष दीपोत्सव हर वर्ष के मुकाबले इस वर्ष सबसे अच्छा और आलौकिक एवं भव्य तरीके से मनाया जायेगा।  इस दीपोत्सव को केवल अयोध्या में नहीं बल्कीं पूरे देश में मनाया जायेंगा और अयोध्या की दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) देखा भी जायेगा। इस दीपोत्सव के अवसर पर भगवान श्री राम, माता सीता, और राम के छोटे भाई लक्ष्मण की वेशभूषा में सजे कलाकार सांस्कृतिक एवं धार्मिक कला का प्रर्दशन करेंगे और हेलीकॉप्टर के द्वारा पुष्प से स्वागत किया जायेगा (पुष्प विमान का प्रतीक) से भव्य रामकथा पार्क में उतरते हैं।

The Story of Ram Mandir

अयोध्या दिपोत्सव की तैयारी ( Prepration Of Ayodhya Deepotsav) 

अयोध्या में होने वाला इस साल का दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) की तैयारी बहुत ही जोरो-शोरों से शुरु हो चुकी है। इस दिन सरयू नदी के तट पर भव्य आरती होगी और रंग- बिरंगी बिजली और लाखों दीयो से जगमगाएगा। पिछले साल दीपोत्सव में लगभग 6,06,569 श्रध्दालु आए थे। इस साल पिछले साल के मुकाबले और भी ज्यादा श्रध्दालु आएंगे और दीपोत्सव करेंगे। अयोध्या में आयोजित होने वाला भगवान श्री राम चन्द्र का दीपोत्सव हस साल लोगों को अपनी तरप आकर्षित करता है। हर साल की भाँत्ति इस साल होने वाला दीपोत्सव लोगों का आकर्षित कर रहा है।

दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) का आयोजन करने वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने इस वर्ष लोगों के लिए एक पोर्टल जारी किया है, जिसके जरिए लोग ऑनलाइन अयोध्या दीपोत्सव व का हिस्सा बन सकते है। लेकिन कुछ लोग ऑनलाइन नहीं बल्कि अयोध्या जाके दीपोत्सव का हिस्सा बनना चाहते है।  अयोध्या दीपोत्सव के हिस्सा बनने के लिए Google पर सर्च करें UP TOURISM पर जाके रजिस्ट्रेशन कर सकते है। लेकिन जो अयोध्या जाने में सक्षम नहीं है और दीपोत्सव का हिस्सा बनना चाहते है, वह सरकारी पोर्टल पर जाकर के रजिस्ट्रेशन करवा सकते है और अयोध्या दीपोत्सव(Ayodhya Deepotsav) का हिस्सा का बन सकते है।

दीपोत्सव की व्यवस्था (Ayodhya Deepotsav)

इस दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) पर अयोध्या के सरयू नदीं के तट के 55 घाटों पर 28 लाख दीयों को प्रज्वलित करने का व्यवस्था किए जायेगें। राम की पैड़ी , चौधरी चरण, सिंह घाट और भजन संध्या स्थल सहित अन्य सभी 55 घाटों पर दीयों को घाट समन्वयको की देख रेख में बिछाया जायेगा। इन सब के अलावा भी बहुत से लगभग 14 सम्बध्द महाविद्यालयों में, 37 इंटरमीडिएट कालेज में और 40 स्वयंसेवी संस्थायों से लगभग 30,000 स्वयंसेवक इस दीपोत्सव के कार्यक्रम में सक्रिय रुप से हिस्सा लेंगे। लगभग सभी घाटों पर दीयों की संख्या और स्वंयसेवकों का चयन पहले से ही कर लिया गया है।

Ayodhya Deepotsav
Ayodhya Deepotsav

घाटों पर दीयों और स्वयंसेवकों की संख्या 

अयोध्या दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) के कार्यक्रम को लेकर अवध विश्वविद्यालय द्वारा 55 घाटों पर जलाये जाने वाले दीयों और देख- रेख के लिए तैनात किए जाने वाले स्वयंसेवको की संख्या का भी विस्तृत आंकड़ा जारी किया है। उदाहरण के लिए आपको बता दे केवल राम पैड़ी के घाट पर दीयों को प्रज्वलित करने के लिए  घाट पर कुल 765 स्वयंसेवक तैनात होंगे जबकी और दो घाटों पर 38000 दीयों के लिए 447 स्वयंसेवक जिम्मेदारी संभालने का काम करेंगे।

इसी प्रकार से घाट तीन पर 48000 दीयों  की प्रज्लवलित करने लिए 565 स्वयंसेवक और घाट चार पर भी 61000 दीयों प्रज्वलित करने के लिए 718 स्वयंसेवक तैनात रहेंगे। इसी तरह से सभी 55 घाटों पर दीयों की संख्या के अनुसार स्वयंसेवक को देख-रेख करने के लिए तैनात किया जाएगा। इस कार्यक्रम के आयोजन में विभिन्न कॉलेजों और विभिन्न संस्थाओं से जुड़ें स्वयंसेवक पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लेंगे और सभी घाटों पर दीयों की प्रज्वलित करनें की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।

विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी (World Record of Ayodhya Deepotsav)

सरयू नदी के तट पर स्थित घाटों में से 55 घाटों पर 28 लाख से अधिक दीयों को प्रज्वलित करने का लक्ष्य रखा गया है। अयोध्या को फिर से एक बार और विश्व पटल पर स्थापित करेगा और यह दीपोत्सव विश्व रिकॉर्ड बनाया जा रहा है। यह दीपोत्सव केवल धार्मिक सांस्कृतिक दृष्टिकोण से  महत्वपूर्ण नहीं  हैं, बल्कि अयोध्या के सांस्कृतिक धरोहर को भी उजागर करता है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाबा के निर्देशन में इस भव्य दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) का कार्यक्रम को आयोजित उत्सव को भव्य और विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी जोरो- शोरो से चल रहा है। इसमें टेक्नोलॉजी का भी बहुत बड़े पैमाने पर लिया जा रहा है और राम कथा के प्रसंगो को दिखाया जाएगा। जिसमें 500 मेड इन इंडिया के ड्रोन से रामकथा के पात्रों की आकृति बनाई जाएगी।

अयोध्या दीपोत्सव के दिन होने वाले गतिविधियाँ (कार्यक्रम)

  • दीप प्रज्वलित
  • शोभा यात्रा
  • प्रक्षेपण मानचित्रण
  • सास्कृंतिक कार्यक्रम
  • लेजर शो
  • रामलीला राम, लक्ष्मण, सीता, रामकथा परिषद में आपका स्वागत है
  • गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड के अनुसार लैंप जलाना और गिनती करना
  • सरयू नदी आरती

दीप प्रज्वलित-  इस बार अयोध्या (Ayodhya Deepotsav) में एक साथ एक ही स्थान पर 25 लाख (2500000) दिपों को प्रज्वलित किया जायेगा। यह बहुत ही ऐतिहासिक और वर्ल्ड रिकॉर्ड होने वाला है। यह दीपोत्सव 8वाँ दीपोत्सव है और राम लला के प्राण- प्रतिष्ठा के बाद पहली दीपोत्सव है जो बहुत ही भव्य दीपोत्सव होने वाला है।

Ayodhya Deepotsav

लेजर शो – अयोध्या (Ayodhya Deepotsav) में लेजर शो का कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।  इस बार लेजर शो 45 मिनट का शो चलेगा। इस लेजर शो में 3 डी प्रोजेक्शन के जरिये कार्यक्रम को दिखाया जायेगा। इस लेजर शो में आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया गया है।  इस लेजर शो में भगवान राम की  पूरी कहानी को दिखाया जायेगा (राम कथा को दिखाया जायेगा),  मंदिर के बारें में दिखाया जायेगा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, दीपोत्सव , आरती आदि सब कार्यक्रम को दिखाया जायेगा।

इसके साथ ही साथ  टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग किया जायेगा, लाइट एण्ड साउड शो के अलावा भी 500 मेड इंन इंडिया के ड्रोन के जरिए आसमान में रामकथा के खास प्रसंगों को दिखाया जायेगा और आत्मनिर्भर भारत का संदेश देंगे और सांस्कृतिक को भी प्रस्तुत किया जायेगा। यह शो सरयू नदी के ठीक ऊपर इसको आयोजित किया जायेंगा जिससे सरयू नदी के दोनों तरफ के लोग देख पाए।

शोभा यात्रा  इस बार अयोध्या दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) में में शोभा यात्रा का आयोजन किया गया है। शोभा यात्रा में झांकिया निकाली जाती है, इस बार झांकियों में भी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जिससे सब कछ और भी शानदार लगे। शोभा यात्रा में रामायण की कहानियों को सरकारी योजनाओं, पुष्पक विमान, विज्ञान और प्रौद्योगिक, रामेश्वरम सेतु और पर्यावरण आदि जैसे विषयों के बारें में दिखाया जाता है। शोभा यात्रा मे पूरे देश के कलाकार आते हैं और अपनें कला का प्रस्तुत करते हैं। शोभा यात्रा के दौरान रास्ते में कई जगहों पर झाकियों की आरती भी उतारी जाती है ।

सरयू नदी आरती-  अयोध्या में दिवाली के दिन 1100 साधुओं द्वारा एक ही  घाट पर, एक ही जगह पर,  एक ही साथ सरयू  नदी पर भव्य आरती अयोजित किया जायेगा। यह एक विश्व रिकॉर्ड बनाया जा रहा है। यह आरती सरयू नदी पर होगा जिससे नदी के इस पार और उस पार से लोग देख सकते है। 

सरयू नदी का महत्व-  सरयू नदी को हम एक और नाम घाघरा नदी से भी जाना जाता हैं। यह नदी उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में उत्पन्न होती है और फिर शारदा नदी में विलय हो जाती है जिसे काली नदी भी कहा जाता है। रामायण के अनुसार सरयू नदी अयोध्या से होकर बहती हैं जिसे राजा दशरथ की राजधानी और भगवान श्री राम लला की जन्मभूमि माना जाता है।

वाल्मीकि रामायण के कई प्रसंगों में इस नदी का उल्लेष किया गया है और सरयू नदी एक वैदिक कालीन नदी है जिसका उल्लेख ऋग्वेद में मिलता हैं। पुराणों के मुताबिक सरयू नदी भगवान श्री विष्णु के आंसुओं से बनी है। इस नदी की लंबाई 350 किलोमीटर और इसकी स्रोत ऊंचाई 4150 किलोमीटर है। यह मंदिर हिन्दु धर्मों में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम- अयोध्या में दिवाली के दिन  भारत के 16 राज्य के कलाकार सांस्कृतिक कला के कार्यक्रम को प्रस्तुत करेंगे। इसमें उत्तर प्रदेश, कश्मीर,उत्तराखंड, हरियाणा, मध्य प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र, असम, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, राजस्थान, बिहार, चंडीगढ़, सिक्किम और छत्तीसगढ़ शामिल है। जिसमें नृत्य और अपने विविध प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम को प्रस्तुत करेंगे। इन सब को कार्यक्रम को देखकर का आयोजित होने से पता चलता है की त्रेता युग के वैभव को एक बार फिर से दिखाने की तैयारी है। इस कार्यक्रम में विदेशी कलाकार भी शामिल होंगे ।

दिपोत्सव के दिन विदेश से कौन-कौन आ रहा है

अयोध्या दिपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) के पवित्र एवं पावन दिन के शुभ अवसर पर 06 देशों  के कलाकार अपनी अपनी शैली में राम कथा का मंचन करेंगे, मलेशिया, म्यांमार, थाईलैंड, इंडोनेशिया, कंबोडिया और नेपाल के कलाकार रामलीला की प्रस्तुति देंगे जिससे दोपोत्सव और भी भव्य और अंतराष्ट्रीय रंग में रंगा होगा और भारत के 16 राज्यों से लगभग 500 प्रसिध्द कलाकार अपनी कला को प्रस्तुत करने के लिए आ रहें है। जो कि अपने- अपने सांस्कृतिक कला को प्रस्तुत करेगे।

अयोध्या दीपोत्सव वर्ष 2023 और 2024 का अन्तर

अयोध्या दीपोत्सव Ayodhya Deepotsav 2023  अयोध्या दीपोत्सव Ayodhya Deepotsav 2024
दीपोत्सव में कुल 51 घाटों पर लगभग 22.23 लाख दियो को प्रज्वलित किया गया था। इस दीपोत्सव में 55 घाटों पर 25 लाख दियों को प्रज्वलित किया जायेगा जो कि बहुत ही ऐतिहासिक होगा।
अयोध्या में पिछले साल दीपोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया था और लाइट एवं साउण्ड का भी कार्यक्रम भी शामिल था। अयोध्या के इस दीपोत्सव में पिछले वर्ष के जैसे ही सास्कृतिक कार्यक्रम को किया जायेगा लेकिन इस बार बहुत ही भव्य तरीके से कार्यक्रम को आयोजित किया गया है इस बार आधुनिक टेक्नालॉजी का भी प्रयोग किया गया है। 
अयोध्या में पिछले साल झाकियों का आयोजन किया गया था। अयोध्या में इस दीपोत्सव में झांकियो का आयोजन किया गया हैं लेकिन इसमें भी आधुनिक टेक्नालॉजी का बहुत ही ज्यादा किया गया हैं जिससे भव्य तरीके से झांकियो का आयोजित हों। 
सरयू नदी पर आरती इस दीपोत्सव में सरयू नदी पर 1100 साधुओं द्वारा एक ही घाट पर , एक ही साथ सरयू आरती का अयोजन किया गया है, जो कि बहुत ही भव्य आरती होगी। 
पिछले साल लेजर की व्यवस्था नहीं किया गया था इस बार लेजर शो की व्यवस्था किया गया है। 
ड्रोन शो नहीं किया गया था इस दीपोत्सव में 500 मेड इन इंडिया ड्रोन से ड्रोन शो किया जायेगा। 

 

प्रश्न- अयोध्या दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) में कितने दियों का प्रज्वलित किये जायेंगे

उत्तर- अयोध्या दीपोत्सव में 25 लाख (2500000) दियों को प्रज्वलित किया जायेगा। 

प्रश्न- अयोध्या दीपोत्सव में विदेश से कौन-कौन आ रहा है

उत्तर-  अयोध्या दीपोत्सव में 06 देशों के लोग आ रहें हैं, इसमें मलेशिया, म्यांमार, थाईलैंड, इंडोनेशिया, कंबोडिया और नेपाल देश शामिल है।

प्रश्न-     दिवाली कब से कब है

उत्तर-  30 Oct को छोटी दिवाली मनाई जायेंगी और बड़ी दिवाली 31Oct  को मनाया जाऐंगा।

प्रश्न- अयोध्या दीपोत्सव आरती

उत्तर- अयोध्या दीपोत्सव में सरयू नदी पर 1100 साधुओं द्वारा एक साथ, एक ही स्थान आरती होगा। यह आरती बहुत ही भव्य तरिके से होगा और यह वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जा रहा है।

प्रश्न- अयोध्या दीपोत्सव में  कौन कहाँ से आ रहा है

उत्तर- अयोध्या दीपोत्सव में भारत से 16 राज्यों से कलाकार आ रहें हैं और अपनें कला को प्रस्तुत करेंगे।

अगर हमारी पोस्ट अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरुर करे और कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरुर बताएं, हमें आपके कमेंन्ट का इतेजार है।

 

2 thoughts on “Ayodhya Deepotsav”

Leave a Comment